Mohali/chandigarh
मोहाली / chandigarh (ईंट)CBI ने पंजाब पुलिस के रोपड़ रेंज के DIG हरचरण सिंह भुल्लर को 5 लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगेहाथ गिरफ्तार किया है। DIG भुल्लर ने मंडी गोबिंदगढ़ के स्क्रैप कारोबारी से रिश्वत मांगी थी। गुरुवार को दिल्ली और चंडीगढ़ से आई CBI की टीम ने भुल्लर को ट्रैप लगाकर पकड़ा।
CBI के 52 लोगों की टीम भुल्लर के मोहाली ऑफिस और चंडीगढ़ के सेक्टर 40 स्थित घर को खंगाल रही है। जहां से कई अहम दस्तावेज बरामद किए गए हैं। भुल्लर को अभी किसी सीक्रेट जगह पर रखकर पूछताछ की जा रही है।
वहीं, CBI से जुड़े सोर्सेज से जानकारी मिल रही है कि भुल्लर की कोठी से 5 करोड़ से ज्यादा का कैश मिला है। यह कैश 3 बैग और 1 अटैची में भरा हुआ था। जिसके बाद CBI टीम को नोट गिनने की 2 मशीनें मंगानी पड़ी। इसके अलावा गहने भी बरामद हुए हैं।
भुल्लर को मोहाली स्थित DIG ऑफिस से पकड़े जाने की सूचना है लेकिन अभी तक जांच एजेंसी ने इसके बारे में कोई औपचारिक बयान जारी नहीं किया है। भुल्लर को कल मोहाली CBI कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। CBI सोर्सेज के मुताबिक स्क्रैप कारोबारी ने DIG भुल्लर के अलावा और भी कुछ अधिकारियों के नाम शिकायत में दिए हैं, जिन पर भी जल्द एक्शन हो सकता है।
इससे पंजाब पुलिस में हड़कंप मचा हुआ है। 2007 बैच के IPS भुल्लर के पिता महल सिंह भुल्लर पंजाब के DGP रह चुके हैं। भुल्लर के भाई कुलदीप सिंह भुल्लर भी कांग्रेस से विधायक रह चुके हैं। भुल्लर को 27 नवंबर 2024 को रोपड़ रेंज का DIG लगाया गया था।
DIG ने बिचौलिया को सारा जिम्मा दिया था मंडी गोबिंदगढ़ का शिकायतकर्ता आकाश है। उसने 11 अक्टूबर को शिकायत की थी। उसने बताया कि DIG रोपड़ ने बिचौलिया कृष्नु को यह सारा जिम्मा दिया था। CBI ने पहले बिचौलिया कृष्नु को पकड़ा



DIG भुल्लर से जुड़े रिश्वत के केस के बारे में जानिए…
- चेसिस नंबर बदलकर कार बेचने के मामले पकड़े: CBI सोर्सेज के मुताबिक भुल्लर के रोपड़ रेंज के DIG तैनात होने के बाद अवैध कार व्यापार के मामले सामने आए। जिसमें पता चला कि कुछ कार व्यापारी कारों के चेसिस नंबर बदलकर उन्हें आगे बेच रहे हैं। इनमें चोरी की कारें भी हो सकती हैं। इसके अलावा चेसिस नंबर बदली कारों का इस्तेमाल आगे भी क्रिमिनल एक्टिविटीज के लिए किया जा रहा है।
- स्क्रैप कारोबारी को मंथली देने के लिए धमकाया: इसी दौरान DIG के रडार पर मंडी गोबिंदगढ़ का स्क्रैप कारोबारी भी आ गया। उसका काम अच्छा चलता था। उसने कुछ दिन पहले CBI को शिकायत दी। जिसमें उसने बताया कि वह स्क्रैप का कारोबार करता है। मगर, DIG हरचरण भुल्लर की तरफ से उस पर 5 लाख रुपए मंथली देने का दबाव डाला जा रहा है। उसे कहा जा रहा है कि अगर स्क्रैप कारोबार करना चाहता है तो उसे यह रकम देनी होगी। शिकायत में DIG के अलावा और भी कुछ अधिकारियों के नाम दिए गए हैं।
- पहले सबूत जुटाए, फिर एक्शन लिया: शिकायत मिलने के बाद CBI ने पहले स्क्रैप कारोबारी के बताए अधिकारियों के नामों पर नजर रखनी शुरू कर दी। करीब 10 दिन तक CBI ने भुल्लर पर भी नजर रखी। इसके बाद स्क्रैप कारोबारी के बयान दर्ज किए गए। CBI सोर्सेज के मुताबिक ट्रैप लगाने से पहले भुल्लर के खिलाफ सबूत जुटाए गए। फिर दिल्ली और चंडीगढ़ की टीम बनाकर ट्रैप लगाया गया। उसके बाद गुरुवार को DIG को रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार कर लिया गया। भुल्लर पर प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत FIR दर्ज कर ली गई है।
- CBI को शक, रिश्वत की डायरी मेंटेन करते थे: CBI सोर्सेज के मुताबिक यह भी शक है कि भुल्लर के पास रिश्वत की डायरी मेंटेन की जाती थी। जिसमें रिश्वत से आने वाली रकम का पूरा ब्यौरा लिखा होता था। CBI ने भुल्लर के मोहाली ऑफिस और चंडीगढ़ स्थित घर में भी डायरी की तलाश में डॉक्यूमेंट्स खंगाले।
- DIG के संपर्क वाले अधिकारी भी रडार पर: CBI सोर्सेज के मुताबिक स्क्रैप कारोबारी ने जिन और अधिकारियों के नाम लिए, उन पर भी नजर रखी जा रही है। स्क्रैप कारोबारी ने बताया था कि DIG की रिश्वत की मांग पूरी करने के लिए कई अधिकारी उसे परेशान करने में शामिल थे। ऐसे में यह भी संभावना है कि मंथली में इन अधिकारियों का भी हिस्सा हो सकता है। इसके बारे में भी जांच की जा रही है।
PSO ने रोका तो CBI अधिकारी बोला- तूने अरेस्ट होना है इस बीच भुल्लर के चंडीगढ़ के सेक्टर 40 स्थित घर पर दिल्ली नंबर की गाड़ी आई, जिसमें CBI का अधिकारी था। अधिकारी ने गेट खटखटाया, तो अंदर से DIG का PSO आया। उसने दरवाजा नहीं खोला। इसके बाद दोनों में बहस हुई। CBI अधिकारी ने कहा कि तूने अरेस्ट होना है, दरवाजा खोल। इसके बाद PSO ने फिर अंदर जाने से रोका। लेकिन CBI का अधिकारी सीधा अंदर चला गया। अंदर पहले से ही सीबीआई की टीम मौजूद है।



