विदेशी चमक-दमक दिखा लोगों को ठग रहीं इमिग्रेशन कंपनियां

Chandigarh Punjab अपराध

 

चंडीगढ़(रोहित) विदेश भेजने के नाम पर ठगी के मामले पिछले तीन साल में कई गुना बढ़ गए हैं। इमिग्रेशन धोखाधड़ी के इस साल जनवरी से अब तक 120 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इन मामलों में करीब 31 करोड़ की ठगी हुई है। बड़ी बात है कि पुलिस अब तक केवल 20 से 25 मामले ही सुलझा सकी है। पुलिस ने 60 इमिग्रेशन कंपनियों की पहचान की है, जिन्होंने सबसे अधिक ठगी की है। बता दें कि शहर में सैकड़ों कंपनियां बिना परमिशन चल रही हैं। इमिग्रेशन कंपनियां विदेश जाने के इच्छुक लोगों को चमक-दमक दिखा आसानी से शिकार बना ठग रही हैं। कभी वर्क वीजा तो कभी स्टडी वीजा के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक वर्ष 2021 में इमिग्रेशन धोखाधड़ी के सिर्फ 11 मामले आए थे, जिनमें करीब 1.10 करोड़ ठग लिए थे। साल 2022 में 36 मामलों में 4.93 करोड़ की ठगी हुई थी। वर्ष 2023 में 60 मामले सामने आए थे, जिनमें 7.7 करोड़ की ठगी हुई थी। वहीं, वर्ष 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 120 हो गया। इनमें लगभग 31 करोड़ की राशि हड़प ली गई। पुलिस के अलग-अलग थानों में इमिग्रेशन धोखाधड़ी से संबंधित कई शिकायतें विचाराधीन हैं।

Immigration companies are cheating people by showing foreign glamour

चंडीगढ़। विदेश भेजने के नाम पर ठगी के मामले पिछले तीन साल में कई गुना बढ़ गए हैं। इमिग्रेशन धोखाधड़ी के इस साल जनवरी से अब तक 120 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। इन मामलों में करीब 31 करोड़ की ठगी हुई है। बड़ी बात है कि पुलिस अब तक केवल 20 से 25 मामले ही सुलझा सकी है। पुलिस ने 60 इमिग्रेशन कंपनियों की पहचान की है, जिन्होंने सबसे अधिक ठगी की है। बता दें कि शहर में सैकड़ों कंपनियां बिना परमिशन चल रही हैं। इमिग्रेशन कंपनियां विदेश जाने के इच्छुक लोगों को चमक-दमक दिखा आसानी से शिकार बना ठग रही हैं। कभी वर्क वीजा तो कभी स्टडी वीजा के नाम पर लोगों को ठगा जा रहा है। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक वर्ष 2021 में इमिग्रेशन धोखाधड़ी के सिर्फ 11 मामले आए थे, जिनमें करीब 1.10 करोड़ ठग लिए थे। साल 2022 में 36 मामलों में 4.93 करोड़ की ठगी हुई थी। वर्ष 2023 में 60 मामले सामने आए थे, जिनमें 7.7 करोड़ की ठगी हुई थी। वहीं, वर्ष 2024 में यह आंकड़ा बढ़कर 120 हो गया। इनमें लगभग 31 करोड़ की राशि हड़प ली गई। पुलिस के अलग-अलग थानों में इमिग्रेशन धोखाधड़ी से संबंधित कई शिकायतें विचाराधीन हैं।

पुलिस ने की 60 इमिग्रेशन फर्माें की पहचान

पुलिस अधिकारियों की मानें तो वर्ष 2024 में विदेश भेजने के नाम पर धोखाधड़ी करने वाली करीब 60 इमिग्रेशन कंपनियों की पहचान की जा चुकी है। इनमें से अधिकांश कंपनियां सेक्टर-8, 17, 34 और 40 में स्थित हैं। धोखाधड़ी करने वाली फर्मों की संख्या हर साल बढ़ती जा रही है क्योंकि पुलिस रिकॉर्ड में पिछले साल 2023 में 33 और वर्ष 2022 में केवल सात इमिग्रेशन कंपनियों की ही पहचान की गई थी। अब यह आंकड़ा कई गुणा बढ़ गया है। पुलिस की धोखाधड़ी करने वाली इमिग्रेशन कंपनियों की पहचान करने की कार्रवाई जारी है। एसएसपी कंवरदीप कौर की मानें तो बिना परमिशन चल रही अवैध इमिग्रेशन कंपनियों के खिलाफ केस दर्ज करने की कार्रवाई जारी है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार बिना परमिशन चल रही इमिग्रेशन फर्मों पर कार्रवाई करते हुए पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 188 (किसी लोक सेवक द्वारा वैध रूप से प्रख्यापित आदेश की अवज्ञा) के तहत वर्ष 2022 में 72 फर्माें पर करीब 11 एफआईआर दर्ज की थी। जबकि वर्ष 2023 में 20 फर्मों के खिलाफ 16 एफआईआर दर्ज की गई। इसी तरह से चंडीगढ़ प्रशासन से बिना पंजीकरण के चल रही करीब 60 फर्मों के खिलाफ 25 से अधिक के मामले दर्ज किए गए हैं।

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