चंडीगढ़ पुलिस की नाक के निचे चल रहा नकली ट्रेवल एजेंटों का गोरख धंधा।
चंडीगढ़ / रोहित कुमार : विदेश जाने की चाह लिए अन्य प्रदेशों से चंडीगढ़ आए लोगों को नकली ट्रेवल एजेंट सरेआम लूट रहे हैँ जिस पर नकेल कसने के लिए DGP चंडीगढ़ सुरिंदर सिंह यादव ने अपनी पूरी पुलिस को इन नकली ट्रेवल एजेंटों के पीछे लगा दिया है पिछले दिनों कई ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ केस दर्ज हुए। लेकिन हास्यसपद बात तो यह है जिन नकली ट्रेवल एजेंटों के खिलाफ केस दर्ज हुए हैँ उन्होंने ने चंडीगढ़ प्रशासन और चंडीगढ़ पुलिस को मुर्ख बना अपने नकली वीज़ा बेचने के अड्डे अभी भी खोल रखे हैँ। इन दफ्तर मालकों पर चंडीगढ़ पुलिस ने मुकदमे दर्ज कर DGP सुरिंदर सिंह यादव के हुक्म की पालना की और वहीँ इन नकली एजेंटों को वापस उनके दफ्तर खोलने की इजाज़त दे दी? इन एजेंटों के खिलाफ कई-कई ठगी की शेक्यातें पुलिस थानों में पड़ी हैँ और जिस तरह इन ट्रेवल एजेंटों ने चंडीगढ़ में इतनी सख्ती होने के बावजूद अपनी दुकानें बंद नहीं कीं और जिन पर मुकदमे दर्ज हैँ उन्होंने ने अभी भी अपने ठगी के अड्डे खोल रखे हैँ यह चंडीगढ़ पुलिस और नकली वीज़ा एजेंटों के बीच कोई समझौते को दर्शाता है? ज्ञान रहे कि पिछले दिनों कई पुलिस कर्मियों का इन ट्रेवल एजेंटों के साथ रिश्ता सामने आया है और कई कर्मी ससपेंड भी हुआ हैँ ऐसे कई नकली एजेंट चंडीगढ़ के सेक्टर 34,20,22,8,9 अभी भी ठगी के मुकदमे होने के बाद भी अपने पुलिस connection की वजह से ठगी की दूकान खोले बैठे हैँ इन एजेंटों का अगर DGP सुरिंदर यादव अपने ख़ुफ़िया विभाग से investigate करवाएंगे तो कई बड़े खुलासे हो सकते हैँ? इनकम टैक्स, GST, CIA, क्राइम ब्रांच अगर एक संयुक्त टीम बना इस गोरख धंधे की जांच करें तो करोड़ों के इस nexus को बंद किया जा सकता है। इसके अलावा सरकार और प्रशासन को इनकम टैक्स और GST की सूरत में बड़ा revenue भी हासिल हो सकता है। सेक्टर 34 के कई एजेंट सरेआम कानूनों की धज्जियाँ उड़ा रहे हैँ इन ट्रेवल एजेंटों पर ठगी की कई बड़ी बड़ी धाराओं में मुकदमे दर्ज हैँ और आज भी इनके पास कोई वर्क परमिट का लाइसेंस नहीं है और ना ही स्थानीय प्रशासन से एजेंटगिरी का कोई प्रमाणपत्र है उसके बावजूद इनकी ठगी की दुकानें खुली हैँ और सेक्टर 34 की पुलिस कबूतर की तरह ऑंखें मुंद्दे बैठी है। ऐसे ट्रेवल एजेंटों जिन पर बड़ी धाराओं में मुकदमे दर्ज हैँ सरेआम पुलिस को अपने रसूख से दबाते हुए नज़र आ रहे हैँ और छोटे पुलिस कर्मी शायद इनके के रसूख के आगे झुके बैठे हैँ? आम जनता कोशिश करे कि चंडीगढ़ से वीज़ा लगवाने से दूर ही रहे। Luxumbourg, Azarbaijan, Jordan, canada, australia, ऐसा कोई भी वर्क परमिट चंडीगढ़ के किसी भी वीज़ा एजेंट का पास नहीं है।


